मलीन मन को वश में लाने का उत्तम उपाय है सामायिक : आनंदचंद्र सागर
Updated Friday, 07 Feb 2025 04:17 PM IST
(इन्दौर) मलीन मन को वश में लाने का उत्तम उपाय है सामायिक : आनंदचंद्र सागर
:: दलालबाग में आचार्यश्री की पदवी महोत्सव के दूसरे दिन हजारों समाज बंधु पहुंचे ; गुरूवर की वंदना की लिया आशीर्वाद ::
:: महाचौबिसी महागान के अनूठे आयोजन में महिलाओं ने ग्रुप में दी विशेष प्रस्तुतियां ::
:: आज होगा मुख्य उत्सव : हेमचंद्रसागर महाराज के सान्निध्य एवं 150 से अधिक साधु-साध्वी भगवंतों की मौजूदगी में पद्मचंद्र सागर एवं आनंदचंद्र सागर आचार्य पद से होंगे सुशोभित ::
इन्दौर (ईएमएस)। मन बहुत चंचल होता है। इसे ठंडा पानी, गरम कचोरी, गोरा चेहरा और बाल काले चाहिए। मलीन मन को वश में करने एकमात्र साधन सामायिक है। सामायिक के समय व्यक्ति साधुरूप हो जाता है। अंदर से सुंदर दिखने कि लालसा भोग संस्कृति का संकेत है। वास्तविक कचरा तो राग और द्वेष हैं। सफाई तो इनकी होना चाहिए तभी हम स्वच्छ इन्दौरवासी कहलाने के हकदार होंगे।
उक्त विचार दलालबाग में आयोजित आचार्य पद प्रदान महोत्सव में गुरूवार को गणि. आनंदचंद्र सागर सूरिश्वर मसा ने सभी श्रावक-श्राविकाओं को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। वहीं इसके साथ धर्मसभा में जितरत्न सागर सूरिश्वर मसा ने भी धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जिस सामायिक में दो घड़ी कि समता नहीं आए वह महज एक किया गया कृत्य ही होता है। काम, क्रोध, लोभ, मोह का जो क्षय करे वह सामायिक है। जीवन अनमोल है इसे तमाशा नहीं तीर्थ बनाइए। हम जीवन में धर्म आराधना तो करते हैं लेकिन आराधक भाव जीवन में नहीं आ रहा। कोई तुम्हारी निंदा करे तो नाराज नहीं होना और कोई तारीफ करे तो खुश नहीं होना चाहिए। आचार्य विराटसागर सूरिश्वरजी मसा ने कहा कि जैन धर्म के उपकरण हमें भगवान महावीर कि एक अनुपम देन है। ऐसी व्यवस्था दुनिया के किसी धर्म में नहीं है। ज़ब तक हमारे जीवन में वैराग्य भाव नहीं आएगा तब तक हमारी साधना अधूरी ही रहेगी। जीवन में ज़ब तक हम कोई संकल्प नहीं लेते तब तक हम किसी परिणाम तक नहीं पहुँच सकेंगे।
:: 1000 युवाओं ने नो निंदा मूवमेंट की शपथ ली, फोन की डीपी बदली ::
विराट सागर महाराज ने युवाओं को संकल्प दिलाया कि वे निंदा नहीं करेंगे कोई भी रील कोई भी पोस्ट जो किसी पंथ, संप्रदाय ,समाज या धर्म विरोधि हो राष्ट्र विरोधी हो उसे कहीं पर भी पोस्ट नहीं करेंगे। आगे नहीं बढ़ाएंगे। निंदा अपमान और तिरस्कार नहीं करेंगे। सोशल मीडिया कि किसी भी आईडी फेसबुक व्हाट्सएप इंस्टाग्राम पर किसी की भी बुराई नहीं करेंगे पूरे भारत में इन्दौर से यह मूमेंट चलाया जाएगा जिसमें हर युवक के मोबाइल पर नो निंदा मूवमेंट की डीपी लगाई जाएगी। इसे लेकर महाराज ने सभी युवाओं को प्रतिज्ञा दिलाई ओर कहा कि निंदा करने संजीव को फैक्चर हो जाता और कान मुरझा जाते तो जिंदगी कितनी अच्छी होती ना कोई युद्ध होते ना ही समाज में बुराई का अंश घुलता।
पद्मानंद आचार्य पद प्रदान महोत्सव समिति के अध्यक्ष डॉ. प्रकाश बगानी, यशवंत जैन, प्रवीण गुरुजी, जयंत खाबिया, महेंद्र जैन व कीर्ति डोशी ने बताया कि आचार्य पद प्रदान महोत्सव में गुरूवार को विधानाचार्य के निर्देशन में सुबह 3600 समूह महामंत्र णमो आयरियाणं का जाप एक साथ हुआ। गौतम समर्पण पर्व सूरी पद सवेदना का विशेष कार्यक्रम हुआ। दोपहर के सत्र में 1500 महिलाओं द्वारा चौबीसी का महागान किया। वहीं एक शाम सिद्धांचल के नाम कार्यक्रम रात्रि में आयोजित हुआ। जिसमें महिला, युवतियों व बच्चों ने प्रस्तुति दी। वहीं इसी के साथ इन्दौर शहर के समस्त पाठशालाओं के बच्चे भी शामिल हुए। पालीताणा, नवाणु यात्रा, गिरी पूजन कर चुके बच्चों का इस दौरान बहुमान भी किया गया। धार्मिक प्रोजेक्ट बनाकर लाने वाले बच्चों को प्रथम, द्वितीय, तृतीय पुरस्कार के साथ प्रोत्साहन पुरस्कार भी इस दौरान दिए गए। 7 फरवरी शुक्रवार को भव्यती भव्य पद प्रदान महोत्सव का शुभारंभ सुबह 8.30 बजे से दलाल बाग में किया जाएगा। जिस घड़ी का जैन समाज को बेसब्री से इंतजार है उसे आचार्य बंधु बेलडी शत्ताधिक शिष्य शिल्पी अयोध्या पुरम सुमेरू नवकार तीर्थ प्रेरक आचार्य भगवंत श्री जिन हेमचंद्र सागर सूरी महाराज, आचार्य विराट चंद्र सागर महाराज, आचार्य प्रसन्न चंद्र सागर महाराज व शहर पहुंचे लगभग 150 साधु-साध्वियों की मौजूदगी में उपाध्याय पदम् चंद्र सागर महाराज व उपाध्याय आनंदचंद्र सागर महाराज को आचार्य पदवी प्रदान करेंगे।
उमेश/पीएम/6 फरवरी 2025