साल 2025 से पैदा होने वाली पीढ़ी को जेनरेशन बीटा कहा जाएगा, जाने क्यों...

Updated Monday, 30 Dec 2024 07:49 PM IST

मुंबई (ईएमएस)। दुनिया में हर कुछ समय बाद नई पीढ़ी आती है। इन पीढ़ियों को अलग-अलग नाम मिलते हैं ताकि उनके बारे में बात करना आसान हो। जैसे कि आपने जनरेशन जी या फिर अल्फा जेनरेशन के बारे में सुना होगा। अब ठीक उसी तरह, साल 2025 से पैदा होने वाली पीढ़ी को जेनरेशन बीटा कहा जा रहा है। दरअसल जेनरेशन बीटा एक नई पीढ़ी है जो अब नए साल के साथ शुरू हो रही है। यह नाम इसलिए रखा गया है, क्योंकि इसके पहले अल्फा नाम की पीढ़ी थी। यह नामकरण का एक तरीका है जिससे हमें पता चलता है कि इतिहास में एक नए युग की शुरुआत हो रही है।
मिलेनियल्स और जेन जेड जैसे शब्दों के बारे में आपने खूब सुना होगा। ये शब्द अलग-अलग पीढ़ियों के लोगों को दर्शाते हैं। इसी कड़ी में अब एक नई पीढ़ी आ रही है इस जेन बीटा कहा जा रहा है। ये वे लोग हैं जो 2025 से 2039 के बीच पैदा होने है। जेन बीटा के पहले जेन अल्फा (2010-2024 में पैदा हुए) और उसके पहले जेन जेड (1997-2012 में पैदा हुए) आए थे। ये नाम देने का एक तरीका है। जैसे-जैसे समय बदलता है, नई पीढ़ी आती है और उन्हें अलग नाम दिए जाते हैं। जेन अल्फा से शुरू करके, लोगों ने ग्रीक वर्णमाला के अक्षरों का इस्तेमाल करके इन पीढ़ियों के नाम रखने शुरू किए। जेन अल्फा के बाद जेन बीटा आया और आगे भी इसी तरह के नाम दिए जाएंगे।
साल 2025 में जिन बच्चों का जन्म होगा, उन्हें हम बीटा किड्स कहा जाएगा। ये बच्चे उस समय में बड़े हो रहे हैं जब तकनीक हर जगह एक बड़ा रोल प्ले कर रही है। जैसे पहले लोग किताबें पढ़ते थे, लेकिन अब बच्चों से लेकर बड़े तक, सब कुछ स्मार्टफोन पर करते हैं। अनुमान है कि जेनरेशन बीटा के बच्चे बड़े होकर ऐसी दुनिया में रहने वाले हैं, जहां गाड़ियां खुद चलेंगी, हमारी सेहत का ख्याल रखने के लिए खास तरह के कपड़े और हम कंप्यूटर से बनी दुनिया में घूम सकते है। यानी, ये बच्चे एक ऐसी दुनिया में रहने वाले हैं, जहां तकनीकी हमारी जिंदगी का बहुत बड़ा हिस्सा होगी। जनरेशन अल्फा स्मार्टफोन, कंप्यूटर और रोबोट जैसे स्मार्ट डिवाइस के साथ बड़ी हो रही है, लेकिन जो बच्चे साल 2025 में पैदा होंगे, उनके लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीनें हर जगह होंगी। जैसे आज हम मोबाइल फोन के बिना नहीं रह सकते, वैसे ही भविष्य में एआई और मशीनें हमारी लाइफ का खास हिस्सा होंगी। यह नई टेक्नोलॉजी हमारे पढ़ने, काम करने, खेलने और यहां तक कि बीमार होने पर भी हमारी मदद करेगी।
जैसे कि धरती का तापमान बढ़ना, शहरों का बहुत बड़ा होना और दुनियाभर में लोगों की जनसंख्या बढ़ना। इन समस्याओं से निपटने के लिए जेन बीटा को बहुत होशियार और मिलनसार होना होगा। उन्हें इन बदलावों के साथ खुद को ढालना सीखना होगा और दूसरों की मदद करना भी सीखना होगा। यानी जेन बीटा के पास बहुत सारी सुविधाएं होंगी लेकिन उन्हें कई चुनौतियों का भी सामना करना होगा। उन्हें इन चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार रहना होगा।

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